मंगलवार, 6 सितंबर 2016

मेरे सतगुरु जी तुसी मैहर करो, में दर तेरे ते आई होइ आ

मेरे सतगुरु जी तुसी मैहर करो, में दर तेरे ते आई होइ आ
मेरे कर्मा वल न वेखयो जी, में कर्मा तो शरमाई होइ आ

जो दर तेरे ते आ जांदा, ओ असल खजाने पा जांदा
मेनू वी खाली मोड़ी ना, में वी दर ते आस लगाई होइ आ
मेरे सतगुरु जी तुसी मैहर करो, में दर तेरे ते आई होइ आ
मेरे कर्मा वल न वेखयो जी, में कर्मा तो शरमाई होइ आ

तुसी तारन हार कहोन्दे हो, डुब्या नु बने लोंदे हो
मेरा वी बेडा पार करो, में वी दुख्यारन आई होइ आ
मेरे सतगुरु जी तुसी मैहर करो, में दर तेरे ते आई होइ आ
मेरे कर्मा वल न वेखयो जी, में कर्मा तो शरमाई होइ आ

सब संगी साथी छोड़ गए, सब रिश्ते नाते तोड़ गए
तू वी किदरे ठुकराई ना, ऐ सोच के में कब्रराई होइ आ
मेरे सतगुरु जी तुसी मैहर करो, में दर तेरे ते आई होइ आ
मेरे कर्मा वल न वेखयो जी, में कर्मा तो शरमाई होइ आ

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